16 अगस्त को जहां अन्ना के पवित्र और नेक उद्देश के लिए शुरु हुए अन्शन को देख हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों की आत्माओं के साथ साथ पूरे देश को उन पर नाज़ हो रहा था..तो वहीं आज सरकार और उसकी सर्वदलीय बैठक के नतीजे को जानकर वो आत्मायें तड़प- तड़प कर रो रही होंगी और ये सोच रही होंगी की काश हमने देश को आज़ाद करने की कोशिश ना की होती..काश ये देश आजा़द ना हुआ होता...तो आज जनता की सेवा के लिए बनाई जाने वाले लोग जिन्हें कायदे के मुताबिक सेवक होना चाहिए , उनके हाथों भारत माता की इज्जत ना लूटी होती... जिन हाथों में मां की इज्ज़त बचाने के लिए और उसके गौरव को बढ़ाने के लिए कमान दी गई थी वहीं मां आज सरेआम उनके हाथों बेइज्ज़त न हुई होती...
ये देश का दुर्भाग्य ही है की देश का सपुत बिना कुछ खाए पिये अन्शन कर रहा है, ताकी आने वाली नस्ले भष्ट्राचार की गंदगी में सांस ना ले सके, तो वहीं दूसरी तरफ सरकार और उसके नुमाइंदे एयर कंडीशन रुम में बैठकर पैंतरे पर पैंतरे बदल रही है और नतीजा ये निकलता है की अगर अन्ना अंशन नहीं तोड़ते हैं और उनकी तबीयत बिगड़ती है तो उसके लिए वो खुद ज़िम्मेदार हैं... वाह ... शायद नेता बनने के लिए कुछ इसी तरह की काबिलियत होनी चाहिए, जैसे बेशर्मी , ढिटपन ,अगर आपमे ये सभी काबिलियत है तो आज देश की राजनिती को दरवाज़े आप के लिए खुले हैं और आप इस पोस्ट के लिए बिल्कुल परफेक्ट उमीद्वार हैं...तो क्या हुआ अगर कोई देश के लिए , समाज के लिए , मातृ भूमि के लिए कुछ कर गुज़रने की तमन्ना रखता है उसे उसकी ज़िद बताते हुए पल्ला झाड़ लिजीए गा । हमारे नेताओं से सीख लिजिएगा इनके पास तो ऐसे कुई तज़ुर्बे मौजूद हैं...
Ruchi Rai
Ha ruchi ji isase bada is desh ka durbhagy aur kya ho sakta hai..... Desh ke rakshak hi bhakshak bane hue hai. Mai to yehi kahunga ki hey bharat maa tune Anna jaise sput ko janm diya hai jo aaj bhukho rah ker tumhari ijjat k liye lad rha hai. Pura desh Anna ji ke sath hai lekin in besharmo ko sharam to chhu nhi sakti. Besharmi to inki kundli me hai bhai...
जवाब देंहटाएंItni shakti hume dena data man ka vishwash kamjor ho na..Jai Hind!
bilkul sahi kaha ruchi apne in netaon ko kabhi desh ka laga hi nahi vo kuch kabhi desh ke liye karna hi nahi chahte the....sirf apne ghar bharna chahte the...hamare paise se parliament session karte hain aur todi hi der mein lad jhagad kar bina koi hal nikaale use khatam kar dete hain...in hum chunte hain vishwaas ke saath aur ye humein har baar dete hain sirf dhokhaaaaaaaaa...
जवाब देंहटाएंissile to aaj bhi hum sirf develoing country hain na ki developed country after 64 year's of independence....
I ashamed of our politicians...........
Mai bhi iss baat se agree karti hu...Anna ji ekdam sahi kehte hai...humara sirf desh hi azad hua..lekin hum ab bhi kaad hai...jab in netao ko vote chaiye hote hai to haath jodhkar aate hai...aur ab jab anna ji aur janta ko inke support ki jaroorat hai to hamari taraf dekh bhi nahi rahe hai
जवाब देंहटाएंsahi kaha ruchi... ye neta log hamare paas sirf vote ke liye aate hain aur jab hamein zarurat hoti hai tau bhaag jate hain... aaj es desh ko zarurat hai ek mazboot bill ki but ye neta nhi aane de rahe hain kyunki inki poll khul jayegi... besharmi ki hadd tau tab ho gai... jab pm ki meeting me ye sare neta tea buiscuit kha rahe the aur anna ne 9 din se kuchh nhi khaya... yani ki jo meeting anshan ke liye ho rahi ho uska aagaz he tea biscuit se ho raha hai... es meeting ki seriusness ka andaza aap laga sakte hain aap soch sakte hain ki ye log lokpal bill ke liye kitne serious hain kuchh tau sharm karo netao
जवाब देंहटाएंsach me ab to mujhe b sharam aa rahi hai...apni iss giri huyi sarkar par
जवाब देंहटाएंबहुत खूब लिखा रूचि..हमारी सरकार को जहां बोलना चाहिए वहां बोलती नहीं है..सरकार निक्कमी हो चुकी है..जिस सर्वदलीय बैठक की तुम बात कर रहीं हो, उस बैठक में कल सारे नेता मीटिंग के दौरान लगातार खाएं जा रहें थे..जबकि देश के लिए लड़ रहें अन्ना पिछले 10 दिन से भूखें है..सरकार की आँख में न लाज़ है न ही कोई शर्म। लिखित रहो रूचि,वरना सरकार का हाल कुछ यूं ही बना रहेगा..
जवाब देंहटाएंकली बेच देंगे,
चमन बेच देंगे,
जमीं बेच देंगे,
गगन बेच देंगे
पैसों के लालच में तो ये नेता
श्मशान से ये कफन बेच देंगे.