मंगलवार, 6 मार्च 2012

दर्द और दौलत की बातचीत


एक दिन दर्द ने दौलत से कहा :- तुम कितनी खुशनसीब हो, की हर कोई तुम्हारे पास आने को कोशिश करता है और मैं कितना बदनसीब की हर कोई मुझसे दूर होना चाहता है...

ये सुनकर दौलत ने दर्द से कहा :- नहीं...खुशनसीब तो तुम हो जिसके पास होने लोग अक्सर अपनों को याद करते हैं, बदनसीब तो मैं हूं जिसके पास होने से लोग अक्सर अपनों को भूल जाते हैं ।


ये मेरी नहीं, किसी और की शायरी की कुछ पंक्तियां हैं, मुझे पसंद आईं तो मैने इसे अपने ब्लॉग पर प्रकाशित कर ली...

शुक्रिया

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